1.
आज मार्किट से कुछ समान और बेटी की ड्रेस लेने गए थे.
जब बेटी की ड्रेस देखने लगे तो एक ड्रेस पसंद आई. लेकिन उसका दाम सुनकर माथा ठनका और वो वापिस यह कह कर दी कि यह महंगी है.
यह देख बेटी कहने लगी है, 'कोई बात नहीं मम्मी. वो जो नानी के यहां से लाए थे वो पहन लूंगी. अम्मा से धुलवाके.' उसकी मम्मी उसके चेहरे को देखने लगीं.
~20.1.2010~
2.
बेटी- पापाजी मेरा पीक्चर पजल कब लाओगे?
पापा- बेटा अभी पैसे नहीं हैं. जब आएंगे तो ले आऊंगा.बेटी- पापाजी पैसा बनाने की मशीन खरीद लो ना.
~17.6.2010~
3.
चुनमुन का सवाल- 'पापाजी चिड़ियाघर, चिड़िया का होता है. तो फिर उसमें शेर क्यों रहता हैं?'
~13.7.2010~
4.
~चुनमुन के पापा के जन्मदिन पर~
बेटी- पापाजी आपको केक काटना नहीं आता ना, मुझे आता है. आज शाम को केक मैं काटूंगी. ठीक है.
पापा- नहीं, मुझे भी आता है!
बेटी- मम्मीजी पापा को नहीं आता ना. मैंने अपने बर्थडे पर काटा था ना मम्मी.
पापा- अरे भाई मुझे भी आता है.
बेटी- फिर काटो, मुझे क्या 😀
~17.7.2010~
5.
बेटी अपने जन्मदिन पर
पापा- बेटी खड़ी हो जाओ. बहुत देर हो गई सोते-सोते. गुब्बारे कौन फुलाऐगा?
बेटी- आप.
पापा- रिबन कौन लगाऐगा?
बेटी-आप.
पापा- कमरा कौन सजाऐगा?
बेटी-आप.
पापा- मोमबतियों को फुंक कौन मारेगा?
बेटी-आप.
पापा- जन्मदिन किसका है?
बेटी-आपका.
पापा- केक कौन काटेगा?
बेटी- मैं.
~27.9.2010~
6.
पापा- हमारे जमाने में तो जब रामलीला देखने जाते थे. तब हम स्वेटर पहन कर निकलते थे और कुछ तो शाल ओढ़कर जाते थे. और अब ?
बेटी- अच्छा! आप इतने बुड्ढे हो क्या 😄
~20.10.2010~
7.
बेटी- पापाजी रावण तो लेटा हुआ है रोड़ पर.
पापा- शाम को खड़ा हो जाएगा.
बेटी- वो कभी बैठता नहीं है क्या!
~24.10.2010~
8.
पापा- पैरों में गर्म जुराबें, पेंट के नीचे गरम पजामी, कमीज के नीचे गर्म बनियान, ऊपर गर्म जर्सी और इन सबके ऊपर से जयपुरी गर्म रजाई. फिर भी है कि ठंड है कि लगे जा रही हैं. क्या करूं?
बेटी- अरे बाबा जब तक इस गंजी टांट को कुछ पहनाओगे नहीं तो ठंड क्या मुझे लगेगी.
~21.12.2010~



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