बेटी फोन पर- पापाजी कहां हो?
पिता- डॉक्टर के.
बेटी- कब तक आओगे?
पिता- आधा घंटे में.
बेटी- बर्गर वाले की दूकान खुल गई होगी. मेरे लिए बर्गर ले आना. अगर आपने खाना हो तो दो ले आना. नहीं तो मेरे लिए तो जरुर ले आना. आज भूल मत जाना.
~03.03.2018~
2.
पापा- सुबह स्कूल जाने से पहले दही के साथ कुछ मीठा खाके जाना. आज आपका पेपर है.
बेटी- उससे क्या होगा ?
पापा- पेपर अच्छा जाएगा. आप फेल नहीं होंगे!
बेटी- आप भी क्या बात करते हो पापाजी. वैसे भी मैं फेल नहीं होने वाली!
~20.03.2018~
3.
बेटी- पापाजी मैं क्या सोच रही हूं.
पापा- मुझे क्या पता आप क्या सोच रही हैं.
बेटी- अरे बाबा, मेरे कहने का मतलब कि मैं सोच रही हूँ अपने बाल कटा लूं.
पापा- जब मैं कह रहा था, तब तो नहीं कटाने मुझे अपने बाल. मुझे बड़े बाल अच्छे लगते हैं.
बेटी- वो क्या हुआ कि स्कूल में बड़े बाल वाली लड़कियों को अब चोटी घुमाकर बनानी और उसमें रिबन लगाकर आना है. मुझे वैसे चोटी अच्छी नहीं लगती है.
पापा- मैं ना कहता था कि भई बाल छोटे रखो. शेम्पू की बचत, पानी की बचत, बिजली की बचत, समय की बचत.
बेटी- सुनो ज्यादा बचत-वचत मत करो. मैंने इतने छोटे भी नहीं कराने!
~08.04.2018~
4.
बेटी-पापाजी आप अपनी पसंद के गीत और गजल चला लो.
पापा- क्यूं भई, आपने सुनने हैं क्या!
बेटी- नहीं, मैं आपके गानों से बोर होकर सो जाऊंगी 🙂
~07.08.2018~
5.
कल हम बेटी के जन्मदिन पर अकेले ही लगे थे गुब्बारे फूलाने में. बेटी लगी थी फोन पर अपनी सहेलियों से बधाई स्वीकार करने में. जैसे ही फोन कट हुआ. हम बोले बेटी से कि भई कुछ हेल्प करा दो, अकेले ही लगे हैं. बेटी बोली कि जिसका जन्मदिन होता है उससे उस दिन कोई काम नहीं कराते हैं जी.
~28.09.2018~


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