Saturday, September 27, 2025

मम्मीजी मेरे लिए नारियल पानी और पापाजी के लिए समोसे!


7.

बेटी- पापाजी भूख लगी है.

पापा- बस दो मिनट.


[बेटी को बुखार की वजह से रोटी अच्छी नहीं लग रही और फिर खाई भी नहीं. अब कह रही है कि भूख लगी है. इसलिए छिपाकर रखे चिप्स देने पड़े. ]

~06.08.2017~


8.


बेटी- पापाजी ये कोई बात हुई. हम बुखार में आपका मुंह देंखे और आप समोसे खाएं. दो दिन बाद नहीं खा सकते थे!

पापा- इसमें मेरी क्या गलती. जब मम्मी लाई हैं. तो मैं खाऊंगा ही ना!

बेटी- मम्मीजी मेरे लिए नारियल पानी और पापा के लिए समोसे! आप भी ना. जाओ....!

~15.09.2017~


9.


बेटी- पापाजी सुप्रीम कोर्ट के आर्डर का क्या हुआ ?

पापा- क्यूं क्या हुआ?

बेटी- खूब जमकर बम और पटाखे फूट रहे हैं. छत पर जाकर देखो कितना धुँआ हो रखा है.

पापा- बच्चू पटाखे फोड़ने पर पाबंदी नहीं थी, बेचने पर पाबंदी थी!!

~19.10.2017~


10.


बेटी- पापाजी आपने एक बात नोटिस की.

पापा- क्या?

बेटी- अगर आपके बाल होते ना तो आप इतने अच्छे नहीं लगते, जितने बिना बाल के लगते हो!!

~07.11.2017~


11.


बेटी- पापाजी ये क्या बात हुई?

पापा- क्यूं भई क्या हुआ.

बेटी- शादी में जाओगे, वो भी घर से खाना खाके!! फिर शादी में क्या खाओगे?

पापा- अरे भई कन्यादान करके आ जाएंगे. हमारे जमाने में खाने नहीं, कन्यादान करने जाते थे.

बेटी- आपका जमाना तो गया. अब तो जितने पैसे देकर आते हैं, उतना तो जरुर खाकर आते हैं.

~13.11.2017~


12.


बेटी- पापाजी हमारा राष्ट्रीय खेल कौन-सा है ?

पिता- हॉकी

बेटी- तो फिर हम क्रिकेट ज्यादा क्यों खेलते हैं?

~21.11.2017~


13.


पिता- बच्चू लगता है, भूकंप आया है. देखो अपना टीवी हिल रहा है.

बेटी- पापाजी चुप रहो, नाटक देखने दो ना, प्लीज. आने दो जो आ रहा है!

~06.12.2017~


14.

बेटी- मम्मीजी जब आप हारने लगती हो तो ना रोने लगती हो. खेल में हार-जीत तो होती रहती है. 

~15.12.2017~

No comments: