बेटी- पापाजी भूख लगी है.
पापा- बस दो मिनट.
[बेटी को बुखार की वजह से रोटी अच्छी नहीं लग रही और फिर खाई भी नहीं. अब कह रही है कि भूख लगी है. इसलिए छिपाकर रखे चिप्स देने पड़े. ]
~06.08.2017~
8.
बेटी- पापाजी ये कोई बात हुई. हम बुखार में आपका मुंह देंखे और आप समोसे खाएं. दो दिन बाद नहीं खा सकते थे!
पापा- इसमें मेरी क्या गलती. जब मम्मी लाई हैं. तो मैं खाऊंगा ही ना!
बेटी- मम्मीजी मेरे लिए नारियल पानी और पापा के लिए समोसे! आप भी ना. जाओ....!
~15.09.2017~
9.
बेटी- पापाजी सुप्रीम कोर्ट के आर्डर का क्या हुआ ?
पापा- क्यूं क्या हुआ?
बेटी- खूब जमकर बम और पटाखे फूट रहे हैं. छत पर जाकर देखो कितना धुँआ हो रखा है.
पापा- बच्चू पटाखे फोड़ने पर पाबंदी नहीं थी, बेचने पर पाबंदी थी!!
~19.10.2017~
10.
बेटी- पापाजी आपने एक बात नोटिस की.
पापा- क्या?
बेटी- अगर आपके बाल होते ना तो आप इतने अच्छे नहीं लगते, जितने बिना बाल के लगते हो!!
~07.11.2017~
11.
बेटी- पापाजी ये क्या बात हुई?
पापा- क्यूं भई क्या हुआ.
बेटी- शादी में जाओगे, वो भी घर से खाना खाके!! फिर शादी में क्या खाओगे?
पापा- अरे भई कन्यादान करके आ जाएंगे. हमारे जमाने में खाने नहीं, कन्यादान करने जाते थे.
बेटी- आपका जमाना तो गया. अब तो जितने पैसे देकर आते हैं, उतना तो जरुर खाकर आते हैं.
~13.11.2017~
12.
बेटी- पापाजी हमारा राष्ट्रीय खेल कौन-सा है ?
पिता- हॉकी
बेटी- तो फिर हम क्रिकेट ज्यादा क्यों खेलते हैं?
~21.11.2017~
13.
पिता- बच्चू लगता है, भूकंप आया है. देखो अपना टीवी हिल रहा है.
बेटी- पापाजी चुप रहो, नाटक देखने दो ना, प्लीज. आने दो जो आ रहा है!
~06.12.2017~
14.
बेटी- मम्मीजी जब आप हारने लगती हो तो ना रोने लगती हो. खेल में हार-जीत तो होती रहती है.
~15.12.2017~



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